- जो नृत्य करता है :- नृत्यकार
- जो नीचे लिखा गया है :- निम्नलिखित
- जो अपने पथ से भटक गया हो :- पथभ्रष्ट
- जो पिंड से जनमता है :- पिंडज
- जो उक्ति बार – बार कही जाय :- पुनरुक्ति
- जो किसी का प्रतिनिधित्व किसी की जगह काम करता है :- प्रतिनिधि
- जो शीघ्र किसी बात या युक्ति को सोच ले :- प्रत्युत्पन्नमति
- जो प्रणाम करने योग्य हो :- प्रणम्य
- जो विषय विचार में आ सकता है :- विचारगम्य
- जो विश्वास करने योग्य हो :- विश्वसनीय
- जो विश्व का हित चाहता है :- विश्वहितैषी
- जो शक्ति का उपासक हो :- शाक्त
- जो पूछने योग्य हो :- प्रष्टव्य
- जो प्रिय बोलता हो :- प्रियवादी
- जो पृथ्वी से सम्बन्धित हो :- पार्थिव
- जो अपने मातृभूमि छोड़ विदेश में रहता हो :- प्रवासी
- जो भाग्य की धनी हो :- भाग्यवान
- जो भू धारण करता है :- भूतेश
- जो पृथ्वी के गर्भ भीतर के हाल/शास्त्र जानता हो :- भूगर्भवेत्ता/भूगर्भशास्त्री
- जो मछली का आहार करता है :- मत्स्याहारी
- जो हाथों से मुक्त है अर्थात अधिक देने वाला :- मुक्तहस्त
- जो एक स्थान पर टिक कर नहीं रहता :- यायावर
- जो युद्ध में स्थिर रहता है :- युधिष्ठिर
- जो क्रम के अनुसार हो :- यथाक्रम
- जो रंग नाट्य का मंच स्टेज है :- रंगमंच
- जो रथ पर सवार है :- रथी
- जो राज्य या राजा से द्रोह करे :- राजद्रोही
- जो राजनीति जानता है :- राजनीतिज्ञ
- जो भूमि का हिसाब – किताब रखता हो :- लेखपाल
- जो वर्णन के बाहर हो :- वर्णनातीत
- जो पूर्ण रूप से बहरा हो :- वज्रबधिर
- जो मुकदमा दायर करता है :- वादी /मुदई
- जो अपने धर्म के विपरीत आचरण करता हो :- विधर्मी
- जो विश्व भर का बंधु है :- विश्वबंधु
- जो विषयों में आसक्त्त है :- विषयासक्त
- जो तेज चलता हो :- शीघ्रगामी
- जो सुनने योग्य हो :- श्रोतव्य/श्रवणीय
- जो सुनने में मधुर हो :- श्रुतिमधुर
- जो किसी सभा का सदस्य हो :- सभासद
- जो सबको प्यारा है :- सर्वप्रिय
- जो नाटक का सूत्र धारण संचालन करता है :- सूत्रधार
- जो दया के साथ दयालु है :- सदय
- जो सरलता से बोध्य समझने योग्य हो :- सुबोध
- जो सर्वशक्तिसंपन्न है :- सर्वशक्तिमान
- जो स्मरण करने योग्य है :- स्मरणीय
- जो स्वयं ही सिद्ध ठीक हो :- स्वयंसिद्ध
- जिसके पाणि हाथ में चक्र है :- चक्रपाणि विष्णु
- जिसके पाणि में वज्र है :- वज्रपाणि इन्द्र
- जिसके पाणि में वीणा है :- वीणापाणि सरस्वती
- जिसके आने की तिथि मालूम न हो :- अतिथि
- जिसके शेखर पर चन्द्र हो :- चन्द्रशेखर शिव
- जिसके पार देखा जा सके :- पारदर्शक
- जिसके पार देखा न जा सके :- आपारदर्शक
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
- जिसके भीतर का तापमान समान स्थिति में रहे :- वातानुकूलित
- जिसके हृदय में ममता नहीं है :- निर्मम
- जिसके हृदय में दया नहीं है :- निर्दय
- जिसके कुल का पता ज्ञात न हो :- अज्ञातकुल
- जिसके चूड़ा पर चन्द्र रहे :- चन्द्रचूड़
- जिसके हाथ में चक्र हो :- चक्रपाणि
- जिसके विषय में उल्लेख करना आवश्यक हो :- उल्लेखनीय
- जिसके पास करोड़ों रूपये हों :- करोड़पति
- जिसके लम्बे :- लम्बे बिखरे बाल हों :- झबरा
- जिसके हृदय में ममता न हो :- निर्मम
- जिसके हृदय में दया न हो :- निर्दय
- जिसके बिना कार्य न चल सके :- अपरिहार्य
- जिसके विषय में विवाद हो :- विवादास्पद
- जिसके नख सूप के समान हो :- शूर्पणखा
- जिसके हाथ में शूल हो :- शूलपाणि शिव
- जिसके पास शक्ति न हो :- निर्बल
- जिसके हृदय में पाप न हो :- निष्पाप
- जिसके बारे में मतभेद न हो :- निर्विवाद
- जिसके पास कोई रोजगार न हो :- बेरोजगार
- जिसके लोचन आँखें सुंदर हों :- सुलोचन
- जिसके चार पद है :- चतुष्पद
- जिसके दो पद पैर हैं :- द्विपद
- जिसके पास कुछ भी न हो :- अकिंचन
- जिसके ह्रदय में दया हो :- दयावान
- जिसके समान कोई दूसरा न हो :- अद्वितीय
- जिसके कोई संतान न हो :- निसंतान
- जिसके समान दूसरा न हो :- अद्वितीय
- जिसके पास कुछ भी न हो :- अकिंचन
- जिसके नीचे रेखा हो :- रेखांकित
- जिसके मन में कोई कपट न हो :- निष्कपट
- जिसका तेज निकल गया है :- निस्तेज
- जिसका आकार न हो :- निराकार
- जिसका पति जीवित हो :- सधवा
- जिसका अंत न हो :- अनन्त
- जिसका निवारण नहीं किया जा सके :- अनिवार्य
- जिसका इलाज न हो सके :- असाध्य
- जिसका मूल्य न आँका जा सके :- अमूल्य
- जिसका कोई अर्थ न हो :- निरर्थक
- जिसका वर्णन न किया जा सके :- वर्णनातीत
- जिसका संबंध पश्चिम से हो :- पाश्चात्य
- जिसका कोई आधार न हो :- निराधार
- जिसका पति जीवित हो :- सधवा
- जिसका कोई शत्रु ही न जन्मा हो :- अजातशत्रु
- जिसका जन्म अनु पीछे हुआ हो :- अनुज
- जिसका जन्म पहले हुआ हो :- अग्रज
- जिसका ज्ञान इन्द्रियों से परे हो :- अगोचर
- जिसका कोई दूसरा उपाय न हो :- अनन्योपाय
- जिसका आदर न किया गया हो :- अनादृत
- जिसका वचन द्वारा वर्णन न किया जा सके :- अनिवर्चनीय
- जिसका उच्चारण न किया जा सके :- अनुच्चरित
- जिसका अनुभव किया गया हो :- अनुभूत
- जिसका मन किसी दूसरी ओर हो :- अन्यमनस्यक/अनमना
- जिसका कोई निश्चित घर न हो :- अनिकेत
- जिसका जन्म उच्च कुल में हुआ हो :- अभिजात
- जिसका विभाजन न किया जा सके :- अविभाजित
- जिसका मन उदार हो :- उदारमना
- जिसका मन महान हो :- महामना
- जिसका हृदय उदार हो :- उदारहृदय
- जिसका उल्लेखित किया गया हो :- उल्लिखित
- जिसका चित्त एक जगह स्थिर हो :- एकाग्रचित
- जिसका सँबन्ध किसी एक देश से हो :- एकदेशीय
- जिसका उच्चारण ओष्ठ ओंठ से हो :- ओष्ठ्य
- जिसका संबंध उपनिवेश या उपनिवेशों से हो :- औपनिवेशिक
- जिसका संबंध उपन्यास से हो :- औपन्यासिक
- जिसका जन्म छोटी अन्त्य जाति में हुआ हो :- अन्त्यज
- जिसका जन्म अनु पीछे हुआ हो :- अनुज
- जिसका खण्डन न हो सके :- अकाट्य